इंसान के शरीर का अपना फंक्शन होता है। अगर इनमें से कोई भी फंक्शन बिगड़ गया तो शरीर पर उसका घातक प्रभाव पड़ता है। यह तो आपको पता ही है कि इंसान को जीवित रहने के लिए पांच सबसे जरूरी ऑर्गन- ब्रेन, हर्ट, किडनी और लंग्स चाहिए ही चाहिए। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि फिजिकल रिलेशन नहीं बनाने से भी हमारी बॉडी का फंक्शन गड़बड़ होता है। ऐसा नहीं करने से हमारे शरीर में कई बदलाव आते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि पार्टनर्स के बीच अगर फिजिकल रिलेशन बनना बंद हो जाए तो उनके शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं।
पार्टनर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने से आप उसके साथ भावनात्मक तौर पर मजबूती से जुड़ते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर पार्टनर के साथ रेगुलर शारीरिक संबंध बनने बंद हो जाए तो यह भावनात्मक मजबूती कम होने लगती है। अगली स्लाइड में पढ़िए पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध न बने तो कैसे बढ़ जाता है स्ट्रेस
एक्सपर्ट की माने तो अगर पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध बनने बंद हो जाए तो इससे स्ट्रैस का स्तर बढ़ जाता है। स्वभाव में चिड़चिड़ाहट आ जाती है। यहां तक की घबराहट का स्तर भी बढ़ने लगती है। दरअसल, जब पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध बनते हैं तो एंड्रोफिन और डोपामाइन का स्तर ठीक रहता है और बॉडी को रिलेक्स मिलता है। एक्सपर्ट तो यह भी दावा करते हैं कि नींद भी बेहतर होती है।
कई एक्सपर्ट का मानना है कि अगर पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध बनने बंद हो जाए तो इससे पेट में ऐंठन होने लगती है। हालांकि यह अलग-अलग व्यक्तियों के शारीरिक संरचना पर निर्भर करता है और मेडिकली प्रूफ भी नहीं है।
लेकिन एक्सपर्ट इस बात को जरूर मानते हैं कि शारीरिक संबंध होने से हार्मोनल लेवल बैलेंस रहता है। महिलाओं में हिस्टीरिया के दौरे का कनेक्शन शारीरिक संबंध बनाने से जुड़ा हुआ है। एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध न बने तो महिलाओं को पीरियड के तकलीफ बढ़ती है।